बाजरे के साथ ही फिट इंडिया वीक का भी आगाज, स्वस्थ रहे मस्त रहे
66 यूपी बटालियन एनसीसी में अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष का उत्सव
रायबरेली, जगतपुर।
जनपद भर में अंतरराष्ट्रीय बाजरा उत्सव 66 यूपी एनसीसी बटालियन ने अपने सभी इकाईयों के सभी यूनिटों और अधिकारियों के साथ बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया। बाजरा उत्सव के क्रम में राना बेनी माधव सिंह स्मारक इंटर कॉलेज शंकरपुर के एनसीसी इकाई ने क्षेत्र में रैली और टोली बनाकर भ्रमण किया। साथ ही ग्रामीणों से इस संबंध में परिचर्चा भी की और कहा कि मोटे अनाजों का उपयोग करना चाहिए यह बीमारियों से लड़ने की क्षमता हमारे शरीर में बढ़ाता है यही नहीं यह शोध में भी पता चला है कि मोटे अनाज हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभ कारक सिद्ध हुए हैं इसी क्रम में एनसीसी इकाई सिद्धौर शंकरपुर फुलवारी मनोहरगंज सहित कई गांवो में जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को जानकारी देते हुए आगे बढ़ती गई। इस क्रम में एनसीसी दफ्तर से आए हुए अधिकारी कालेज के शिक्षक शिक्षिकाएं और कालेज स्टाफ विद्यालय के प्रधानाचार्य लेफ्टिनेंट श्री सत्येंद्र कुमार ने बताया कि एनसीसी समय-समय पर जागरूकता संबंधी विभिन्न कार्यक्रम चलाया करती है इसी क्रम में अंतरराष्ट्रीय बाजरा दिवस पर भी लोगों को वर्तमान समय में होने वाली महामारी बीमारियों से बचने के लिए प्राचीन काल से चले आ रहे मोटे अनाज बाजरा और अन्य मोटे अनाजों के बारे में उसकी उपयोगिता और लाभ यही नहीं बल्कि अपने खेतों में इस फसल को तैयार करने और उसके अच्छे मूल्य के लिए भी सरकार प्रतिबद्ध है यह जानकारी दी और बताया कि भारत सरकार और उसके मंत्रालय राज्य सरकार के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष मनाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय आंध्र प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में बाजरा मेला-सह-प्रदर्शनियों का आयोजन करेगा। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के साथ केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय बेल्जियम में बाजरा पर एक व्यापार शो में भाग लेंगे। विदेश मंत्रालय अज़रबैजान और बेलारूस में अपने दूतावास के माध्यम से भारतीय बाजरा को बढ़ावा देने के लिए बिजनेस टू बिजनेस बैठकें आयोजित करेगा और इन देशों में खाद्य उत्सवों में भाग लेगा। नाइजीरिया में भारतीय उच्चायोग ने बाजरा खाद्य महोत्सव और बाजरा खाद्य तैयारी प्रतियोगिता की योजना बनाई है। छत्तीसगढ़, मिजोरम ,राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और पंजाब में बाजरा केंद्रित गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें महोत्सव/मेला और खाद्य उत्सव, किसानों का प्रशिक्षण, जागरूकता अभियान आदि शामिल हैं। बाजरा मनुष्यों के लिए सबसे पुराने ज्ञात खाद्य पदार्थों में से एक है। हालांकि सरकारों द्वारा गेहूं और चावल पर दिए जा रहे जोर के कारण दुनिया में इसकी खपत में कमी आई है। उच्च पोषक मूल्य के कारण इसे मोटा अनाज या पोषक अनाज भी कहा जाता है। भारत में बाजरा की खपत बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने बाजरा को पोषक अनाज घोषित किया। भारत में राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया गया।भारत सरकार ने देश में 205 लाख टन पोषक अनाज के उत्पादन का लक्ष्य रखा है। राजस्थान भारत में पोषक अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक है जिसके बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक का स्थान आता है।
भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित करने का प्रस्ताव दिया पेश किया था। 2021 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र द्वारा प्रस्ताव को स्वीकार किया गया और पारित किया गया और 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया गया। श्री सत्येंद्र कुमार ने यह भी बताया कि माध्यमिक फिट इंडिया स्कूल वीक कार्यक्रम के अंतर्गत कॉलेज में विभिन्न प्रकार के खेल प्रतियोगिताएं और योग का अभ्यास भी कराया गया।