वार्षिक ऋण योजना के प्रथम तिमाही में ही 35% लक्ष्य की प्राप्ति, जिलाधिकारी ने की बैंकों की सराहना, उत्साहित होकर काम करने की की अपील
25 सितंबर 2024 लखनऊ।
आज दिनांक 25-09-2024 को जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति (डी.एल.आर.सी.) की बैठक संपन्न हुयी जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी श्री सूर्य पाल गंगवार ने की | बैठक में जिलाधिकारी ने प्रत्येक बैंक शाखा से इस माह के अंत तक कम से कम दो बिज़नेस इकाइयों को सरकारी योजनाओं में ऋण प्रदान करने का निर्देश दिया |
अग्रणी जिला प्रबंधक ने बताया कि वर्तमान वित्त वर्ष 2024-25 के प्रथम तिमाही में ही जिला वार्षिक योजना के कुल 37,308 करोड़ के सापेक्ष रु. 12,957 करोड़ ऋण वितरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है जो कि वार्षिक योजना के 35% के लगभग है | जनपद का ऋण-जमा अनुपात 47% है जिसको लेकर जिलाधिकारी ने रोष व्यक्त किया एवं भारतीय स्टेट बैंक , इंडियन बैंक , यूनियन बैंक , एवं आई.सी.आई.सी.आई. बैंक समेत कुछ अन्य बैंकों को जिनका ऋण जमा अनुपात 60% से कम है उन्हें ऋण जमा अनुपात को मोनीटरेबलएक्शन प्लान बनाकर सुधारने की अपील की| वहीँ जिले की अग्रणी बैंक बैंक ऑफ़ इंडिया के ऋण जमा अनुपात के 87% होने पर जिलाधिकारी ने प्रसंशा भी की |
जिलाधिकारी ने आगामी माह में विकास खंड स्तर, तहसील स्तर एवं जिला सस्तर पर ऋण मेला लगाकर आम जन को जनकल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करते हुए ऋण जमा अनुपात को सुधारने हेतु निर्देश दिये| जिलाधिकारी ने उत्कृष्ट कार्य कर रहे 110 शाखा प्रबंधकों एवं 20 जिला समन्वयकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जाने हेतु उपायुक्त उद्योग को निर्देशित किया।
ज़िलाधिकारी ने सभी जिला समन्वयकों से सरकार के मूलमंत्र Minimum Government Maximum Governance को साकार करते हुए अपनी कार्य शैली में सकारात्मक एवं गुणात्मक परिवर्तन कर अधिक से अधिक आम नागरिकों को बैंकों से जोड़ने का आह्वाहन किया | जिला वित्तीय परामर्शदाता श्री राजेश कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ सभा उत्साहपूर्ण माहौल के बीच समाप्त हुयी |
बैठक में अपर ज़िलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) श्री राकेश कुमार सिंह , एल.डी.एम. श्री मनीष पाठक, नाबार्ड डी.डी.एम. श्री कृष्ण कुमार ओझा, भारतीय रिज़र्व बैंक से सहायक महाप्रबन्धक श्री जे.एस.कालरा भी सभा में उपस्थित थे|
सुफियान वारिस कि रिपोर्ट