Breaking News
previous arrow
next arrow
Slider
Home / उत्तर प्रदेश / मऊ / अम्बेडकर जयंती पर मंत्री ए.के. शर्मा ने बाबा साहब को किया नमन

अम्बेडकर जयंती पर मंत्री ए.के. शर्मा ने बाबा साहब को किया नमन


अम्बेडकर जयंती पर मंत्री ए.के. शर्मा ने बाबा साहब को किया नमन

– डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

– बाबा साहेब ने अपना जीवन सामाजिक न्याय, समानता और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के अधिकारों के लिए किया समर्पित : एके शर्मा

मऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर जनपद के विभिन्न जगहों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया तथा उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।
भीटी चौराहे पर स्थित डा अंबेडकर की विशाल प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ ही कैबिनेट मंत्री ए.के.शर्मा ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा की डॉ. भीमराव अंबेडकर,भारत के इतिहास में एक उल्लेखनीय व्यक्ति थे। उन्होंने अपना जीवन सामाजिक न्याय, समानता और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के अधिकारों के लिए समर्पित कर दिया।
जाति-आधारित पूर्वाग्रह के उनके व्यक्तिगत अनुभवों ने पीड़ितो और शोषितों के अधिकारों के लिए लड़ने के उनके दृढ़ संकल्प को प्रेरित किया।
अम्बेडकर की शिक्षा की खोज अथक थी। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स सहित प्रतिष्ठित संस्थानों से डिग्री हासिल करने के लिए अनगिनत बाधाओं को पार किया। उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों ने उनकी भविष्य की वकालत की नींव रखी।
अम्बेडकर दलित अधिकारों के एक प्रखर समर्थक के रूप में उभरे। उन्होंने छुआछूत और दमनकारी जाति व्यवस्था के खिलाफ पूरे जोश से बात की और सभी के लिए न्याय और समानता की मांग की। उनके प्रयासों ने अनगिनत व्यक्तियों को सामाजिक मानदंडों और भेदभाव को चुनौती देने के लिए प्रेरित किया।

भारतीय संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में, अम्बेडकर ने स्वतंत्र भारत के मौलिक कानूनों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सुनिश्चित किया कि संविधान में सामाजिक न्याय, समानता और अस्पृश्यता के उन्मूलन के प्रावधान शामिल हों।

अम्बेडकर महिलाओं के अधिकारों के कट्टर समर्थक थे। उन्होंने लैंगिक भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी और भारतीय संविधान में लैंगिक समानता को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से भारत में महिला सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त हुआ।

अम्बेडकर का योगदान भारत तक ही सीमित नहीं था। सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों पर उनके काम ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। उनके विचार दुनिया भर में भेदभाव और असमानता पर चर्चा को प्रभावित करते रहते हैं।

जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय ने कहा की डॉ. बीआर अंबेडकर की विरासत सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के प्रति निरंतर समर्पण में से एक है। उनकी वकालत ने अधिक समावेशी और न्यायसंगत भारत का मार्ग प्रशस्त किया और उनकी दृष्टि पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

डॉ. बीआर अंबेडकर का जीवन और कार्य दृढ़ता की शक्ति और न्याय के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने अपना जीवन दमनकारी जाति व्यवस्था को खत्म करने, हाशिए पर मौजूद समुदायों के अधिकारों की वकालत करने और भारतीय संविधान को समानता के प्रतीक के रूप में आकार देने के लिए समर्पित कर दिया।

पूर्व जिलाध्यक्ष दुर्गविजय राय ने अपने संबोधन में कहा की अंबेडकर की विरासत हमें अन्याय के खिलाफ खड़े होने, उत्पीड़ितों के अधिकारों की वकालत करने और अधिक समावेशी और न्यायसंगत दुनिया की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करती रहती है। उनकी कहानी हमें याद दिलाती है कि एक व्यक्ति का दृढ़ संकल्प और साहस बदलाव की अलख जगा सकता है और इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ सकता है।

इस अवसर अशोक सिंह, रमेश राय, कृष्ण कांत राय, इंद्रदेव प्रसाद, सुब्बाराव भारती, पांचूराम भारती, भूपेंद्रवीर, रामबचन, आदित्य कुमार, हरिहर राव, राजेन्द्र राम, अजय कुमार, रामप्रवेश राजभर, संतोष चौहान सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

जितेंद्र राजकुमार यादव गुड्डू भैया की रिपोर्ट

About Janadhikar Media

Janadhikar Media

Check Also

अज्ञात व्यक्तियों ने एक युवक का गुप्तांक काटकर हुए फरार , युवक घायल अवस्था मे वाराणसी रेफर..

🔊 पोस्ट को सुनें – अज्ञात व्यक्तियों ने एक युवक का गुप्तांक काटकर हुए फरार …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Naat Sharif Download Website Designer Freelance WordPress Developer All Lucknow Services Portal